बेस स्टेशन और बेतार नेटवर्क क्या है?
मोबाइल फोन और अन्य बेतार उपकरणों की सेवाएं प्रदान करने के लिए बेतार सिस्टम, रेडियो बेस स्टेशन के नेटवर्क का उपयोग करता है। बेस स्टेशन मोबाइल फोन से अल्प शक्ति के रेडियो सिग्नल भेजता है एवं प्राप्त करता है तथा मुख्य टेलीफोन नेटवर्क से कनेक्शन उपलब्ध करवाता है। मोबाइल नेटवर्क को प्रायः सेलुलर ग्रिड फार्मेट का रूप दिया जाता है।
अच्छी गुणवत्ता प्रदान करने हेतु बेस स्टेशन मोबाइल फोन उपयोगकर्ता के नजदीकी क्षेत्र में स्थापित किया जाना चाहिए।
उदाहरणः बेतार नेटवर्क सेलुलर ग्रिड आवरण सहित।
बेस स्टेशन कैसा दिखता है?
बेस स्टेशन में सामान्यतः एक छोटा उपकरण केबिनेट या कुटी में होता है तथा सपोर्ट स्ट्रक्चर पर ऐंटिना लगे होते हैं।
ऐंटिना को सपोर्ट करने के लिए स्ट्रक्चर भिन्न-भिन्न हो सकती है। इसके विशिष्ट (Typical) उदाहरण हैं-
- भवन
- लाइट के खम्बे
- टॉवर या खम्बा
बेस स्टेशन ऐंटिना प्रायः सर्वाधिक उपयुक्त भवन (संरचना) पर लगाये जाते हैं जैसे मौजूदा इमारत, टॉवर या स्ट्रक्चर पर। यदि वहां कोई इमारत नहीं है तो कभी-कभी नया टॉवर या खम्बा लगाना पड़ता है। प्रत्येक बेस स्टेशन मुख्य टेलीफोन नेटवर्क से, माइक्रोवेव लिंक, जो छोटे डिश ऐंटिना का प्रयोग करता है या ऑप्टिकल फाइबर केबल द्वारा जुड़ा होता है।
मोबाइल नेटवर्क ऑपरेटर कैसे निर्णय लेते हैं कि बेस स्टेशन कहां बनाया जाए?
अच्छी गुणवत्ता की मोबाइल सेवाएं प्रदान करने के लिए बेस स्टेशन वहां बनाया जाएं, जहां लोग मोबाइल फोन प्रयोग करते हैं। भौगोलिक क्षेत्र की कवरेज हेतु, मोबाइल नेटवर्क प्रायः ‘सेल ग्रिड’ के आधार पर डिजायन किया जाता है। बेस स्टेशन प्रत्येक सेल के केन्द्र में या सेल के समूह के कोने में स्थापित किए जाते हैं। किस क्षेत्र में कितने बेस स्टेशन होने चाहिए, यह भू-भाग और मोबाइल फोन उपयोगकर्ताओं की संख्या पर निर्भर करता है।
जो रेडियो सिग्नल बेस स्टेशन ऐंटिना भेजता है वह मुख्यतः ऐंटिना के केन्द्र (मध्य) से बाहर की तरफ भेजे जाते हैं। इसका मतलब यह है कि ऐंटिना को ऐसी जगह लगाएं जहां कोई अवरोध न हो जैसे कि इमारत की छत और खम्बे आदि।
इमारती इलाकों या पहाड़ी क्षेत्रों में जहां बहुत ज्यादा इमारतें, पेड़ और अवरोधन हैं, वहां स्थानीय लोगों को सेवाएं देने के लिए, अधिक बेस स्टेशनों की आवश्यकता संभावित होती है। कम अवरोधों वाले ग्रामीण क्षेत्रों में कम बेस स्टेशन अपेक्षित हैं।
किसी दिए गए क्षेत्र में कितने बेस स्टेशनों की आवश्यकता है?
मोबाइल नेटवर्क की एक निश्चित क्षमता होती है अर्थात् समकालीन (simultaneous) फोन कॉल की आवश्यकताओं को पूरा करने की निश्चित सीमा होती है। मोबाइल फोन उपयोगकर्ताओं की संख्या बढ़ रही है, इसीलिए अधिक मोबाइल नेटवर्कों की आवश्यकता है, और इसका अर्थ है बेस स्टेशन और अधिक नजदीक हो। स्थानीय लोगों और नेटवर्क उपयोगकर्ताओं की संख्या के अनुसार मोबाइल नेटवर्क को डिजाइन किया जाना चाहिए।
बेस स्टेशनों के भिन्न-भिन्न प्रकार क्या है?
बेस स्टेशनों को मुख्यतः निम्न श्रेणियों में बांटा गया है-
- मेक्रो सेल - टॉवर, खम्बे और पोल पर जो विस्तृत क्षेत्र को कवरेज प्रदान करते हैं।
- माइक्रो सेल - गली स्तर पर छोटे ऐंटिना जो स्थानीय क्षेत्र को कवरेज प्रदान करते हैं।
- पीको सेल - बहुत छोटे ऐंटिना जो स्थलों को समर्पित कवरेज प्रदान करते हैं।
- इन बिल्डिंग सिस्टम - भवन के अंदर छोटे ऐंटिना जो समर्पित कवरेज प्रदान करते हैं।
एक बेस स्टेशन के नजदीक पर्यावरणीय ईएमएफ लेवल कितना प्रभावशाली है?
बेस स्टेशन ट्रांसमीटर अपेक्षाकृत निम्न (कम) पावर का प्रयोग करते हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बेतार सिस्टम द्वारा बैकग्राउंड ईएमएफ के स्तर की समीक्षा की है और कहा,
"हाल ही के सर्वेक्षण बताते हैं कि बेस स्टेशनों का आरएफ़ एक्सपोजर अंतर्राष्ट्रीय एक्सपोजर दिशा-निर्देशों के अंतर्गत, अन्य विभिन्न कारकों जैसे एंटेना की निकटता और आसपास के वातावरण पर निर्भर होते हुए भी 0.002% से 2% तक के स्तर तक रहता है । यह रेडियो या टेलीविजन ब्रॉडकास्ट ट्रांसमीटर के आर एफ (RF) एक्सपोजर से कम या तुलनीय होता है”।
विशेष रूप से, सार्वजनिक क्षेत्रों में ईएमएफ (EMF) के स्तर के बारे में डब्ल्यूएचओ (WHO) कहता है,
‘‘हाल ही के सर्वे दर्शाते हैं कि सार्वजनिक अभिगम्य क्षेत्रों (स्कूल, अस्पताल आदि को सम्मिलित करते हुए) में बेस स्टेशनों और बेतार प्रौद्योगिकियों से आरएफ़ एक्सपोजर सामान्यत: अंतर्राष्ट्रीय मानकों से हजार गुणा कम होता है” ।
क्या बेस स्टेशनों का ईएमएफ लेवल बदलता है?
मोबाइल नेटवर्कों को बेस स्टेशनों और मोबाइल फोन से न्यूनतम सुलभ पावर प्रयोग के लिए, विशेष रूप से डिजाइन किया जाता है जो आवाज (voice) की गुणवत्ता / या डाटा सेवाओं के लिए आवश्यक है। मोबाइल फोन उपयोगकर्ता की दूरी के अनुसार, नेटवर्क स्वतः बेस स्टेशन ट्रांसमीटर पावर को अनुकूल बनाता है।
नेटवर्क को सर्वोत्कृष्ठ डिजाइन के साथ, बेस स्टेशन मोबाइल फोन उपयोगकर्ता के समीपवर्ती क्षेत्रों में स्थापित किए जाते हैं तथा कम से कम ईएमएफ उत्पन्न करते हैं।
मोबाइल फोन उपयोगकर्ताओं से बेस स्टेशन दूर होने पर उच्च पावर की आवश्यकता होती है जिससे उच्च ईएमएफ उत्पन्न होता है।
क्या बेस स्टेशन घरों और स्कूलों के पास स्थापित करने चाहिए ?
आज का समाज चाहे घर हो, स्कूल और कार्यस्थल आदि सभी जगह मोबाइल फोन पर निर्भर करता है। जब बेस स्टेशन उपयोगकर्ता के समीप होंगे, तब मोबाइल फोन और बेस स्टेशन को संचार के लिए ट्रांसमीटर पावर अपेक्षाकृत कम अपेक्षित होती है। यदि बेस स्टेशन अधिक दूर होंगे तो सामान्यत: अधिक पावर की आवश्यकता होगी जिससे अधिक ईएमएफ उत्पन्न होगा।
इसलिए अच्छी ग्रहण क्षमता और ईएमएफ कम करने हेतु बेस स्टेशन उपयोगकर्ता के नजदीकी क्षेत्र में और जहां हम रहते हैं, वहां स्थापित करने की आवश्यकता है।
क्या बेस स्टेशन सुरक्षित है? क्या बेस स्टेशन के नजदीक रहना सुरक्षित है?
बेस स्टेशन कम पावर पर ऑपरेट करता है । स्वतंत्र रूप से किए गए सर्वे दर्शाते हैं कि बेस स्टेशन से कम्युनिटी में बैकग्राउंड ईएमएफ लेवल बहुत कम होता है और रेडियो एवं टेलीविजन के प्रसारण के दौरान वातावरणीय ईएमएफ लेवल के तुल्य है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ईएमएफ पर वैज्ञानिक रिसर्च की निगरानी की और इस निष्कर्ष पर पहुंची कि –
‘‘बहुत कम एक्सपोजर के स्तर और रिसर्च परिणाम को ध्यान में रखते हुए, आज तक कोई ऐसा विश्वसनीय वैज्ञानिक सबूत नहीं मिला है जिससे साबित हो कि बेस स्टेशन और बेतार नटवर्क से निकलने वाले कमजोर रेडियो आवृत्ति (RF) सिग्नल से स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है” ।
वर्ष 2009 और 2010 में अंतर्राष्ट्रीय गैर आयनकरी विकिरण सुरक्षा आयोग (आईसीएनआईआरपी) ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय ईएमएफ़ अनुसंधान के सर्वेक्षण का अनुचर करते हुए ईएमएफ़ सुरक्षा दिशानिर्देशों की पुन: पुष्टि की और वैज्ञानिक साहित्य प्रकाशित किया।